समय रहते मोह भंग का
अहसास
हो जाना अच्छी बात है इससे
शेष सफ़र
तय करने में आसानी रहेगी
आख़िरकार ..,
मंज़िल पाने का लक्ष्य भी तो
जन्म के साथ ही
तय हो जाया करता है
*
तथ्य चाहे जो भी रहे हो
सत्य का शाश्वत होना
जग ज़ाहिर सी बात है
फिर भी.., न जाने क्यों ..?
इस फ़लसफ़े को
नज़रअंदाज़ कर के
जीने की राह..,
आसान हो जाया करती है
*
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- "मीना भारद्वाज"