नभ-आँगन
कोजागरी यामिनी
पूर्ण मयंक
आँख मिचौली खेले
अभ्र ओट मे
प्रफुल्लित हर्षित
साँवली घटा
देख ज्योत्सना छटा
धरा गोद में
रवितनया तीरे
श्री जी के संग
महारास में लीन
कृष्ण मुरारी
यशुमति नन्दन
शत शत वन्दन
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मेरी लेखन यात्रा में सहयात्री होने के लिए आपका हार्दिक आभार 🙏 - "मीना भारद्वाज"
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- "मीना भारद्वाज"