तुम्हारे अपनेपन की महक सांसों में भरते हीतन का रोम -रोम मन ही मन कह उठता है..,जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी । 🍁
तुम्हारे अपनेपन की महक सांसों में भरते ही
तन का रोम -रोम मन ही मन कह उठता है..,
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ।
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💐🙏स्वतंत्रता दिवस की सभी विद्वजनों को हार्दिक बधाई 💐🙏
!!जय भारत!!
सुंदर त्रिवेणी। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई।
बहुत बहुत आभार विकास जी । आपको भी स्वतन्त्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई ।
जी नमस्ते ,आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (१६-०८-२०२३) को 'घास-फूस की झोंपड़ी'(चर्चा अंक-४६७७) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है। सादर
चर्चा मंच पर सृजन को सम्मिलित करने के लिए हार्दिक आभार अनीता जी ।
सुन्दर | शुभकामनाएं |
बहुत बहुत आभार आ . सुशील सर । आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएँ 🙏
बहुत सुन्दर
बहुत बहुत आभार आ . ओंकार सर ।
सुंदर
हार्दिक आभार सु-मन जी 🙏
मेरी लेखन यात्रा में सहयात्री होने के लिए आपका हार्दिक आभार 🙏 - "मीना भारद्वाज"
सुंदर त्रिवेणी। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार विकास जी । आपको भी स्वतन्त्रता दिवस की बहुत बहुत बधाई ।
हटाएंजी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (१६-०८-२०२३) को 'घास-फूस की झोंपड़ी'(चर्चा अंक-४६७७) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
चर्चा मंच पर सृजन को सम्मिलित करने के लिए हार्दिक आभार अनीता जी ।
हटाएंसुन्दर | शुभकामनाएं |
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आ . सुशील सर । आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएँ 🙏
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आ . ओंकार सर ।
हटाएंसुंदर
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार सु-मन जी 🙏
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