संकल्पों के साथ
शून्य से आरम्भ
यात्रा पथ पर
चलना है अनवरत
इस अनदेखे सफ़र का
न गंतव्य दिखता है
और न समापन
चलते-चलते
कब उद्देश्य निरुद्देश्य से
लगने लगते हैं
और…कब…, सफ़र
अन्तिम पड़ाव पर
आ खड़ा होता है
भान ही नहीं होता
मानें या ना मानें
शून्य से आरम्भ
और..
शून्य पर ख़त्म
असमंजस में लिपटे
यात्रा पथ पर चलना ही
जीवन की
शाश्वत परिभाषा है
***
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन हेतु सादर आभार 🙏
जवाब देंहटाएंहृदय में उठी उहा पोहा का बहुत ही सुंदर चित्रण जो जीवन का सार समझाते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर सृजन।
सादर
सारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन को सार्थक किया हृदय से बहुत बहुत आभार अनीता जी । सादर सस्नेह …।
हटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 14 अप्रैल 2022 को लिंक की जाएगी ....
जवाब देंहटाएंhttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
!
“जीवन” को मंच पर साझा करने के लिए सादर आभार आदरणीय रवीन्द्र सिंह जी ।
हटाएंमानें या ना मानें
जवाब देंहटाएंशून्य से आरम्भ
और..
शून्य पर ख़त्म
असमंजस में लिपटे
यात्रा पथ पर चलना ही
जीवन की
शाश्वत परिभाषा है.. जीवन संदर्भ पर गहन चिंतनपूर्ण रचना ।
बहुत शुभकामनाएं मीना जी ।
सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत आभार जिज्ञासा जी । सादर सस्नेह ….।
हटाएंयह सफ़र समाप्त हुआ सा लगता ज़रूर है पर होता नहीं, शाश्वत है यह इस सृष्टि की तरह, अलग अलग समय पर अलग अलग रूपों में न जाने कितनी बार हम यहाँ आए हैं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और हृदयस्पर्शी प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार अनीता जी ।
हटाएंजीवन की अनबूझ पहेली को सुलझा पाओ या न सुलझा पाओ लेकिन चलते जाओ, चलते जाओ !
जवाब देंहटाएंसारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन का मान बढ़ाया । सादर आभार जैसवाल सर !
हटाएंमानें या ना मानें
जवाब देंहटाएंशून्य से आरम्भ
और..
शून्य पर ख़त्म
असमंजस में लिपटे
यात्रा पथ पर चलना ही
जीवन की
शाश्वत परिभाषा है
सही कहा असमंजस ही है इस जीवन सफल में...
उद्देश्य कब निरुद्देश्य से लगने लगते हैं और फिर वही शून्य
बहुत सुंदर चिंतनपरक सृजन।
सारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन को सार्थक किया हृदय से बहुत बहुत आभार सुधा जी । सादर सस्नेह …।
हटाएंयही है, जीवन की शाश्वत परिभाषा
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार शर्मा सर !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार अनुज !
हटाएंअवाक!
जवाब देंहटाएंआभार 🙏 🙏
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