मुझ से न दोस्ती रखना ।
चालें न दोधारी रखना ।।
वार न करना पीठ पीछे से ।
इतनी सी होशियारी रखना ।।
न करना मीठी सी बातें ।
तंज की धार करारी रखना ।।
महक चाहिए यदि जीवन में ।
घर में फूल की क्यारी रखना ।।
सुखद सफ़र की इच्छा है तो ।
बढ़िया साझेदारी रखना ।।
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महक चाहिए यदि जीवन में ।
जवाब देंहटाएंघर में फूल की क्यारी रखना ।।
सुखद सफ़र की इच्छा है तो ।
बढ़िया साझेदारी रखना ।।
वाह ! एकदम सीधी बात ! बहुत बढिया।
सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार
हटाएंमीना जी !
सादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (26-3-22) को "घर में फूल की क्यारी रखना.."(चर्चा-अंक 4382)पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
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कामिनी सिन्हा
चर्चा मंच पर चर्चा में सृजन को मान देने के लिए हार्दिक आभार कामिनी जी !
हटाएंमुझ से मत दोस्ती रखना ।
जवाब देंहटाएंचालें ना दोधारी रखना ।।
वार न करना पीठ पीछे से ।
इतनी सी होशियारी रखना ।।
ना करना मीठी सी बातें ।
तंज की धार करारी रखना... क्या खूब कहा। बहुत बढ़िया 👌
सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार अनीता जी !
हटाएंवार न करना पीठ पीछे से ।
जवाब देंहटाएंइतनी सी होशियारी रखना -इसमें - 'होशियारी'शब्द मुझे कुछ ठीक सा नहीं लग रहा , कृपया मार्गदर्शन करें
होशियारी का प्रयोग सावधानी के लिए किया है लोकेष्णा जी ! मित्रता में जब मित्र धोखा करें और धोखा खाने वाले मित्र को अहसास हो जाए तो स्थिति कष्टदायी बन जाती है । यहाँ गुज़ारिश है कि कम से कम ऐसी स्थिति ना आने देना ।बाकी आपको कोई बेहतर विकल्प ध्यान में हो तो सुझाव दें कृपया । मैं ग़ज़ल सीख रही हूँ ।स्नेहिल आभार आपकी अनमोल प्रतिक्रिया और सुझाव हेतु ।
हटाएंमाफी चाहती हूं मैम , गजल की समझ तो नहीं मुझे पर आपकी गजल में ,किसी से कुछ करने और ना करने को कहा जा रहा है , सो इन पंक्तियों में
हटाएंवार न करना पीठ पीछे से ।
इतनी सी होशियारी रखना ।।
वार न करना पीठ पीछे से ।
इतनी ईमानदारी रखना ।।
या
इतनी खुद्दारी रखना ।।
जैसा कुछ कैसा लगेगा ( ये मेरी अपनी समझ है कोई बाध्यता नहीं )
सुझाव के लिए बहुत बहुत आभार लोकेष्णा जी !
हटाएंआपका भी बहुत-बहुत आभार मैम
हटाएं🙏🙏
हटाएंसुंदर गजल...
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार विकास जी !
हटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार 🙏
जवाब देंहटाएंआपका नया अंदाज सुखद लगा मीना जी, अच्छी शुरुआत,
जवाब देंहटाएंधार दार लेखन का संकेत देती सहज अभिव्यक्तियां।
सभी शेर अच्छे लगे।
इस पर गौर करें।👇
बहुत बहुत शुभकामनाएं।
वार न करदे कोई पीछे से ।
इतनी सी होशियारी रखना ।।
हार्दिक आभार कुसुम जी आपकी उत्साहवर्धन करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु । आपका शेर और लोकेष्णा जी का सुझाव दिल के बहुत क़रीब लगे ।इनको दो और शेर में सृजित कर शीघ्र ही इसे सात अशआरों में परिवर्तित करती
हटाएंहूँ । पुनः सस्नेह आभार ।
बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार सर !
हटाएंना करना मीठी सी बातें ।
जवाब देंहटाएंतंज की धार करारी रखना
वाह!!!
सुखद सफ़र की इच्छा है तो ।
बढ़िया साझेदारी रखना ।।
क्या बात...
लाजवाब।
हार्दिक आभार सुधा जी आपकी उत्साहवर्धन करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु
हटाएंएकदम सीधी बात कुछ न कह कर भी सब कुछ कह दिया..
जवाब देंहटाएंसारगर्भित प्रतिक्रिया ने सृजन का मान बढ़ाया ।हार्दिक आभार अनुज !
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