सांध्य सुंदरी बन के अप्सरा
भू लोक पर आई
देख धरा का रूप सलोना
मन ही मन सकुचाई
हरित रंग की ओढ़े चूनर
सतरंगी फूलों के झूमर
मादक सी पछुआ बयार से
धान फसल हरषाई
इसकी भोर का क्या है कहना
ये तो आठ प्रहर में गहना
पंछी चहके अमराइयों में
सूर्य किरण इठलाई
गोवत्सों की कंठ घंटियाँ
गायों की स्नेहिल गलबहियाँ
देख देख वसुधा का आंगन
उसने सुधबुध बिसराई
सांध्य सुंदरी बन के अप्सरा
भू लोक पर आई
देख धरा का रूप सलोना
मन ही मन सकुचाई
🍁🍁🍁
【चित्र : गूगल से साभार】
बेहद खूबसूरत रचना सखी।
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु स्नेहिल आभार सखी ।
हटाएंबहुत सुन्दर शब्द-चयन।
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया हेतु सादर आभार सर ।
हटाएंवाह बहुत सुंदर प्रकृति चित्रण कोमल मधुरिम शब्दावली ।
जवाब देंहटाएंमनोरम रचना मीना जी मोहक सुंदर।
सृजन को सार्थक करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदय से असीम आभार कुसुम जी ।
हटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया हेतु सादर आभार सर ।
हटाएंवाह !!बहुत ही सुंदर सृजन दी 👌
जवाब देंहटाएंमन को छूता हुआ।
सादर
सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु स्नेहिल आभार अनीता ।
हटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" गुरुवार 10 सितम्बर 2020 को साझा की गयी है............ पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएं"पाँच लिंकों का आनन्द" में रचना साझा करने के लिए सादर आभार यशोदा जी ।
हटाएंप्रकृति का बड़ा ही मनोरम वर्णन,ऐसा दृश्य जो अब बहुत कम देखने को मिलता है,मनभावन सृजन ,सादर नमन मीना जी
जवाब देंहटाएंसृजन को सार्थक करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए हृदय से असीम आभार कामिनी जी । स्नेहाभिवादन 🙏
हटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति, मीना दी।
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु स्नेहिल आभार ज्योति जी ।
हटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया हेतु सादर आभार सर ।
हटाएंवाह!!!
जवाब देंहटाएंप्रकृति की सुन्दरता पर बहुत ही मनभावन लाजवाब सृजन।
सृजन को सार्थक करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया के लिए
हटाएंलिए स्नेहिल आभार सुधा जी !
सान्झ की लाली को बाखूबी रँगों और शब्दों के द्वारा उतरा है यहाँ ...
जवाब देंहटाएंबहुत लाजवाब रचना ....
उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया हेतु सादर आभार नासवा जी!
हटाएंअति सराहनीय सांझ-वर्णन , बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंसराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु बहुत बहुत आभार ..आपके अनमोल शब्दों से सृजन का मान बढ़ा 🙏
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रचना !
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन करती सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु सादर आभार सर!
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