जी मीना दी, सुंदर रचना और उतनी ही सुंदर कामना है- कृत्रित रौशनी नहीं , मिट्टी का प्यारा -सा वह नन्हा सा- दीपक टिमटिमाते रहे मेरे हिय में, जिसे बचपन में जलाया करता था। इस दीपावली पर एक प्रयास अवश्य करूँगा।
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 22 अक्टूबर 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (२७ -१०-२०१९ ) को "रौशन हो परिवेश" ( चर्चा अंक - ३५०१ ) पर भी होगी। चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये। आप भी सादर आमंत्रित है …. अनीता सैनी
जी
जवाब देंहटाएंमीना दी,
सुंदर रचना और उतनी ही सुंदर कामना है-
कृत्रित रौशनी नहीं , मिट्टी का प्यारा -सा वह नन्हा सा- दीपक टिमटिमाते रहे मेरे हिय में, जिसे बचपन में जलाया करता था। इस दीपावली पर एक प्रयास अवश्य करूँगा।
यह आशा का दीपक सदैव प्रज्वलित रहे यही कामना है शशि भाई । हार्दिक आभार उत्साहवर्धन के लिए ।
हटाएंधन्यवाद दी
हटाएंबहुत सुन्दर मीना जी !
जवाब देंहटाएंहौसला अफजाई के लिए हार्दिक आभार जैसवाल जी !
हटाएंआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 22 अक्टूबर 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएं"सांध्य दैनिक मुखरित मौन" में मेरे सृजन को साझा करने के लिए हार्दिक आभार यशोदा जी ।
हटाएंहर तम
जवाब देंहटाएंज्योतिर्मय
....वाह कम शब्दों में बात रखते हुए...शानदार वर्ण पिरामिड मीना जी
उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत आभार संजय जी ।
हटाएंबहुत सुंदर सार्थक वर्ण पिरामिड मीना जी ।
जवाब देंहटाएंभाव बहुत ही शानदार।
हौसला अफजाई के लिए तहेदिल से आभार कुसुम जी ।
हटाएंबहुत सुंदर सृजन सार्थक और संदेशात्मक भाव दी।
जवाब देंहटाएंसादर।
हौसला अफजाई के लिए तहेदिल से शुक्रिया श्वेता । सस्नेह..
हटाएंवाह
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
तहेदिल से आभार ज्योति जी ।
जवाब देंहटाएंअनुपम अनुकरनीय और अप्रतीम।
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत आभार सुजाता जी ।
हटाएंसबके हित की कामना करती सुंदर सृजन,शुभ दिपावली मीना जी
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन के लिए तहेदिल से शुक्रिया कामिनी जी आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं🙏
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जवाब देंहटाएंजी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (२७ -१०-२०१९ ) को "रौशन हो परिवेश" ( चर्चा अंक - ३५०१ ) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
चर्चा मंच पर साझा कर मेरे सृजन को मान देने के लिए बहुत बहुत आभार अनीता जी ।
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जवाब देंहटाएंकृपया शनिवार को रविवार पढ़े |
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार अनुराधा जी ।
हटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंजी हार्दिक आभार ।
हटाएंदिपोस्त्सव के सुन्दर वर्ण पिरामिड ... सुन्दर सन्देश और लजवाब शब्द चयन ...
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई आपको दीप पर्व की ...
हौसला अफजाई के लिए तहेदिल से आभार नासवा जी ! आपको भी दीपोत्सव की अनन्त शुभकामनाएँ ।
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