आपकी सराहना भरी प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार संजय जी । आप मुझसे बेहतर लिखेंगे विश्वास है मुझे फिर आज की प्रतिक्रिया के अनुसार आपकी गुरु बनने का श्रेय मेरे हिस्से में आएगा :-) त्रिवेणी मैने गुलजार की पुस्तक "त्रिवेणी" पढ़ कर सीखी ।
-- चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है। जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
कुछ शब्दों में अपनी बात कहते हुए लाजवाब ...वर्ण पिरामिड"
जवाब देंहटाएंवैसे मीना जी आपका ब्लॉग पढ़ते पढ़ते वर्ण पिरामिड, ताँका,
त्रिवेणी ,के बारे समझ आने लगा है
आपकी सराहना भरी प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार
हटाएंसंजय जी । आप मुझसे बेहतर लिखेंगे विश्वास है मुझे फिर आज की प्रतिक्रिया के अनुसार आपकी गुरु बनने का श्रेय मेरे हिस्से में आएगा :-) त्रिवेणी मैने गुलजार की पुस्तक "त्रिवेणी" पढ़ कर सीखी ।
बहुत सुंदर पिरामिड
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार अनुराधा जी ।
हटाएंबेहतरीन..
जवाब देंहटाएंसादर..
आपकी अनमोल प्रतिक्रिया के लिए सादर आभार ।
हटाएंसुन्दर वर्ण पिरामिड....
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार विकास जी ।
जवाब देंहटाएंबेहद प्यारी वर्ण पिरामिड सखी ,सादर
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया के लिए स्नहेहिल आभार सखी..
हटाएंजी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना शुक्रवार ३१ मई २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
'पांच लिंकों का आनन्द'में 'वर्ण पिरामिड'साझा करने के लिए हृदय से आभार श्वेता जी ।
हटाएंवाह ! प्रिय सखी बेहतरीन 👌
जवाब देंहटाएंसादर
हृदय से आभार प्रिय अनीता । आपकी प्रतिक्रिया सदैव उत्साहवर्धित करती है । सस्नेह...
हटाएंवाह वाह मीना जी सार्थकता समेटे शानदार वर्ण पिरामिड।
जवाब देंहटाएंअप्रतिम सुंदर।
हृदयतल से स्नेहिल आभार कुसुम जी ।
हटाएंजी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (01 -06-2019) को "तम्बाकू दो छोड़" (चर्चा अंक- 3353) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
चर्चा मंच पर मेरे सृजन को चर्चा में स्थान देने के लिए सहृदय आभार अनीता जी ।
जवाब देंहटाएंYe Kavita ka roop maine Pehle nahi dekha.. kitna sundar hai!
जवाब देंहटाएंSarahna bhare shabdon ke liye bahut bahut dhanywaad aapka .
हटाएंवर्णपिरामिड द्वारा कम शब्दों में अपनी बात रखना...सच में बहुत ही उच्च स्तरीय सृजन...मीना दी।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार ज्योति जी । सस्नेह..
हटाएंबेकल धरती की प्यास बुझाने आयेंगे बादल ....
जवाब देंहटाएंअभी इम्तिहान ले रहे हैं ...
हार्दिक धन्यवाद नासवा जी ।
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