मौन रह कर मैं ,
मुखर होना सीख रही हूँ ।
समझदारी के बटखरों से ,
शब्दों का वजन ।
मैं भी आज कल ,
तौलना सीख रही हूँ ।
रिक्त से कैनवास पर ,
इन्द्रधनुषी सी कोई तस्वीर ।
बिना रंगों की पहचान ,
उकेरना सीख रही हूँ ।
घनी सी उलझन की ,
उलझी सी गाँठों को ।
मन की अंगुलियों से ,
खोलना सीख रही हूँ ।
भ्रमित हूँ , चकित हूँ ,
दुनिया के ढंग देख कर ।
बन रही हूँ कुशल ,
नये कौशल सीख रही हूँ ।
भौतिक नश्वरता के दौर में ,
मैं भी आज कल ;
दुनियादारी सीख रही हूँ ।
दुनियादारी सीख रही हूँ ।
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भ्रमित हूँ , चकित हूँ ,
जवाब देंहटाएंदुनिया के ढंग देख कर ।
बन रही हूँ कुशल ,
नये कौशल सीख रही हूँ । बेहतरीन प्रस्तुति
बहुत बहुत आभार अनुराधा जी ।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब सुंदर भाव संयोजन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार ऋतु जी ।
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जवाब देंहटाएंपावन शिवरात्री की आप को शुभकामनाएं....
जय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
05/03/2019 को......
[पांच लिंकों का आनंद] ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में......
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
शिवरात्रि के पावन अवसर पर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएं"पाँच लिंकों का आनन्द" में मेरी रचना को मान देने के लिए हृदयतल से आभार कुलदीप जी ।
वाह !सखी बहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंसादर
स्नेह सहित आभार सखी !!
हटाएंबहुत सुन्दर!!!
जवाब देंहटाएंअत्यन्त आभार विश्वमोहन जी ।
हटाएंबहुत ही सुंदर रचना ,स्नेह
जवाब देंहटाएंस्नेह सहित आभार कामिनी जी ।
हटाएंबहुत सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंस्नेह सहित अत्यन्त आभार सुधा जी !!
हटाएंभ्रमित हूँ , चकित हूँ ,
जवाब देंहटाएंदुनिया के ढंग देख कर ।
बन रही हूँ कुशल ,
नये कौशल सीख रही हूँ ।
बहुत खूब ...जाने क्या क्या कह डाला इन चंद पंक्तियों में
अति आभार संजय जी ! आपकी प्रतिक्रिया से रचना को सार्थकता मिली ।
हटाएंबहुत सुंदर भावपूर्ण रचना।
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट - इश्क़ में आवारा।
iwillrocknow.com
बहुत बहुत आभार नीतीश जी ।
हटाएंघनी सी उलझन की ,
जवाब देंहटाएंउलझी सी गाँठों को ।
मन की अंगुलियों से ,
खोलना सीख रही हूँ ।
सुंदर कृति।
हार्दिक धन्यवाद विकास जी ।
हटाएंबदले की बयार ... चेंज की आहट है इन पंक्तियों में जो सुखद लग रही है ... सुन्दर रचना है ... आशा उम्मीद लिए ...
जवाब देंहटाएंअनमोल वचनों के लिए अत्यंत आभार नासवा जी ।
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