अलग अलग मूड से लिखे सेदोका , भावाभिव्यक्ति में विविधता लिए …., इसलिए शीर्षक “विविधा” उचित लगा ।
क्षितिज पार
छिटकी अरुणिमा
जीव जगत जागा
अभिनन्दन
कलरव ध्वनि से
भोर की उजास में
मौन का स्पर्श
स्नेहसिक्त सम्बल
गढ़ता पहचान
निज नेह की
खामोशी की जुबान
अक्सर बोलती है
मिटती नही
वैचारिक दूरियाँ
कैसी मजबूरियाँ
देती हैं क्लेश
कि खत्म नही होते
आपसी मनभेद
✍️✍️
देती हैं क्लेश
जवाब देंहटाएंकि खत्म नही होते
आपसी मनभेद
शिक्षाप्रद प्रतिभाशाली लेखनी सुंदर सेदोका लिखा है मीना जी
आपकी उत्साहित और संबल प्रदान करती अनमोल प्रतिक्रिया से लेखन को सदैव सार्थकता मिलती है संजय जी ।
हटाएंबेहतरीन सृजन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार रविन्द्र जी ।
हटाएंख़त्म नहीं होते आपसी मतभेद। वाकई बहुत सही लिखा है।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत स्वागत आपका ब्लॉग पर एवं ऊर्जावान अनमोल प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत आभार ।
हटाएंमिटती नही
जवाब देंहटाएंवैचारिक दूरियाँ
कैसी मजबूरियाँ
देती हैं क्लेश
कि खत्म नही होते
आपसी मनभेद.. . बेहतरीन रचना सखी
सादर
स्नेहिल आभार सखी !
हटाएंबहुत ही बेहतरीन
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार अनुराधा जी ।
हटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रस्तुति BLOG "पाँच लिंकों का आनंद"
( http://halchalwith5links.blogspot.in ) में
गुरुवार 28 फरवरी 2019 को प्रकाशनार्थ 1322 वें अंक में सम्मिलित की गयी है।
प्रातः 4 बजे के उपरान्त प्रकाशित अंक अवलोकनार्थ उपलब्ध होगा।
चर्चा में शामिल होने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं, आइयेगा ज़रूर।
सधन्यवाद।
"पाँच लिंकों का आनंद" में मेरे सृजन को शामिल कर मान देने के लिए हृदयतल से आभार रविन्द्र सिंह जी ।
हटाएंबहुत सुन्दर मीना जी !
जवाब देंहटाएंअब कविवर बिहारी तो हैं नहीं इसलिए गागर में सागर भरना अब कोई आप से सीखे !
आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया पा कर मेरा लेखन सफल हुआ ।
हटाएंहृदयतल से आभार 🙏🙏
मौन का स्पर्श
जवाब देंहटाएंस्नेहसिक्त सम्बल
गढ़ता पहचान
निज नेह की
खामोशी की जुबान
अक्सर बोलती है
बहुत ही लाजवाब....
वाह!!!
ऊर्जावान स्नेहिल और लेखन को सार्थककता देती प्रतिक्रिया के लिए सस्नेह आभार सुधा जी !
हटाएंसेदेको विधा में लिखी बहुत प्यारी रचनाएं मीना जी सुंदर सुघड़।
जवाब देंहटाएंऊर्जावान स्नेहिल और लेखन को सार्थककता देती प्रतिक्रिया के लिए सस्नेह आभार कुसुम जी !
जवाब देंहटाएंशब्दों को भावनाओं में बखूबी पिरोया है आपने। बधाई।
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
iwillrocknow.com
बहुत बहुत आभार नीतीश जी । आपके ब्लॉग के निमन्त्रण के धन्यवाद । आप बहुत अच्छा लिखते हैं ।
हटाएंबहुत खूब ... अलग अलग अंदाज़ के सेदोका ... पर अपनी बात स्पष्ट से रखते ... भावनाओं की अभिव्यक्ति अच्छी है बहुत ही ...
जवाब देंहटाएंहौसला अफजाई के लिए हृदयतल से आभार नासवा जी !
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