सुन्दर रचना
हार्दिक आभार अनीता जी ।
बहुत सुंदर 👌
हार्दिक आभार अनुराधा जी ।
अप्रतिम रचना
तहेदिल से धन्यवाद उर्मिला जी ।
मीना दी, बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति।
बहुत बहुत धन्यवाद ज्योति जी :-)
लुप्त चंद्रमा बूँद बूँद टपके ... या टिप टिप बरसे ... कुछ तो है गहरी अभिव्यक्ति
रचना का मर्म समझने के लिए तहेदिल से आभार नासवा जी । ख्याल बूँद बूँद के साथ रिमझिम का भी आया था मगर बारिश की बूँदों की टिप टिप मन के अधिक करीब लगी । आपकी अनमोल प्रतिक्रियाएँँ सदैव बेहतर लेखन को प्रेरित करती हैंं ।
बहुत ही सुंदरदीपोत्सव की अनंत मंगलकामनाएं !!
आपको भी सपरिवार हार्दिक मंगलकामनाएं । आपकी प्रतिक्रिया सदैव उत्साहित करती हैं बेहतर लेखन हेतु ।
मेरी लेखन यात्रा में सहयात्री होने के लिए आपका हार्दिक आभार 🙏 - "मीना भारद्वाज"
सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार अनीता जी ।
हटाएंबहुत सुंदर 👌
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार अनुराधा जी ।
हटाएंअप्रतिम रचना
जवाब देंहटाएंतहेदिल से धन्यवाद उर्मिला जी ।
हटाएंमीना दी, बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद ज्योति जी :-)
जवाब देंहटाएंलुप्त चंद्रमा बूँद बूँद टपके ... या टिप टिप बरसे ... कुछ तो है
जवाब देंहटाएंगहरी अभिव्यक्ति
रचना का मर्म समझने के लिए तहेदिल से आभार नासवा जी । ख्याल बूँद बूँद के साथ रिमझिम का भी आया था मगर बारिश की बूँदों की टिप टिप मन के अधिक करीब लगी । आपकी अनमोल प्रतिक्रियाएँँ सदैव बेहतर लेखन को प्रेरित करती हैंं ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंदीपोत्सव की अनंत मंगलकामनाएं !!
आपको भी सपरिवार हार्दिक मंगलकामनाएं । आपकी प्रतिक्रिया सदैव उत्साहित करती हैं बेहतर लेखन हेतु ।
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