कारे बदरा
रिमझिम बरसै
मन हरषै
नाचे मयूर
कोयल की कुहूक
मनभावन
मुदित जीया
हरी-भरी धरा
अम्बर खिला
धानी चूनर
लहर लहराए
गौरी मुस्काए
श्रावणी तीज
शिव-गौरी पूजन
भक्ति की शक्ति
स्नेह की डोर
पावन अवसर
रक्षाबन्धन
xxxxx
सुंदर हायकू
जवाब देंहटाएंशुक्रिया लोकेश जी .
हटाएंभावों से नाजुक शब्द..बहुत ही खूबसूरत :)
जवाब देंहटाएंThank you so much Sanjay ji .
हटाएंसावन से जुड़े कमाल की हाइकू हैं सभी ... मन भावन ...
जवाब देंहटाएंहौसला अफजाई के लिए तहेदिल शुक्रिया दिगम्बर जी .
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