उजली भोर
खगों का कलरव
उनींदी आँखें
ग्रीष्म महिना
तपती दोपहरी
सूनी गलियाँ
गोधूलि वेला
ताँबे सा दिनकर
दृष्टि ओझल
सघन कुँज
जुगनू की चमक
मृदु बयार
मुदित हास
पायल की छनक
हल्की आहट
नीरव रात
चाँदनी में झरते
हरसिंगार
XXXXX
उम्दा हायकू
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुक्रिया .
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद संजय जी .
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