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सोमवार, 12 दिसंबर 2016
"फीनिक्स" (हाइकु)
निर्दोष
गात
चंचल
चितवन
धानी
आँचल
खिले
प्रसून
सरसे
उपवन
बासन्ती
मन
तू
गतिमान
षट्ऋतु
पथ
पर
अनवरत
भू
तल
पर
है
'
फीनिक्स
'
समान
अदम्या
नारी
XXXXX
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मेरी लेखन यात्रा में सहयात्री होने के लिए आपका हार्दिक आभार 🙏
- "मीना भारद्वाज"
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